नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर तनाव गहराने के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते बातचीत जारी है। हालांकि इस बीच भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत टैरिफ के दबावों में नहीं झुकेगा और अपनी सीमाओं के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा सरकारी सूत्रों ने बुधवार को कहा है कि दोनों देशों के बीच जारी बातचीत इस पर निर्भर करेगी कि दोनों पक्ष एक-दूसरे की संवेदनशीलताओं और सीमाओं का किस तरह ध्यान रखते हैं।
सूत्रों ने बताया, अंत में कुछ सीमाएं हैं जिनसे हम समझौता नहीं कर सकते हैं। समझौता इस पर निर्भर करेगा कि दोनों पक्ष इन सीमाओं से किस तरह निपटते हैं। हमारी तरफ से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि किसानों, मछुआरों और छोटे उत्पादकों के हितों से कोई समझौता नहीं होगा। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई मौकों पर कहा है कि भारत किसानों और मछुआरों के हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा।
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छठे दौर की बातचीत स्थगित- गौरतलब है कि भारत और अमेरिका के बीच इस व्यापार समझौते को लेकर मार्च 2025 से ही बातचीत का दौर चल रहा है और अब तक पांच दौर की बातचीत हो चुकी है। छठे दौर की बातचीत 25 अगस्त से ही शुरू होने वाली थी, लेकिन अमेरिकी पक्ष ने इसके लिए भारत की अपनी यात्रा स्थगित कर दी है।
प्रस्तावित बीटीए के तहत अमेरिका भारत से मक्का, सोयाबीन, सेब, बादाम और एथेनॉल पर आयात शुल्क कम करने के साथ डेयरी उत्पादों के लिए अधिक बाजार पहुंच की मांग कर रहा है। हालांकि भारत अमेरिका की इन मांगों का जोरदार विरोध कर रहा है क्योंकि ये देश के लघु और छोटे किसानों की आजीविका को प्रभावित कर सकती है।